१३ वी हमारे शहीदों की तबाही तुम दारींदों की सलाम हमारे शहीदों को जवाब तुम दारींदों को … १३ वी हमारे शहीदों की तबाही तुम दारींदों की सलाम हमारे शहीदों को जवाब तुम द...
नई आस लिए, नया प्रात लिए नव वर्ष का कर सोपान प्रिय नई प्रीत लिए,संगीत लिए कर नव ज नई आस लिए, नया प्रात लिए नव वर्ष का कर सोपान प्रिय नई प्रीत लिए,संगीत लि...
पहले सृष्टि होती थी शांत, बृह्मा हुए परेशान, उन्होंने लगाई गुहार, मां दुर्गा के तेज पहले सृष्टि होती थी शांत, बृह्मा हुए परेशान, उन्होंने लगाई गुहार, मां द...
भूल बैठे हैं वो अंधकार में ही ज़्यादा होती है उम्मीद सुबह के होने की। भूल बैठे हैं वो अंधकार में ही ज़्यादा होती है उम्मीद सुबह के होने की।
सुबह की वो पहली बूंदे धरती पर जब गिर जाएं सुबह की वो पहली बूंदे धरती पर जब गिर जाएं
रखी दुनिया मौत पर। क्या कुछ करने की बारी है। रखी दुनिया मौत पर। क्या कुछ करने की बारी है।